भाव भिनि श्रद्धाजंलि
सुषमा स्वराज (पूर्व-विदेश मंत्री)
कल रात भयपूर्ण खबर मिली,
आँखे मेरी गमगीन हुई,
राजनीति की सुदृढ़ पुत्री,
गहरी निद्रा में लीन हुई।
लोकतंत्र के आधार सी कहानी थी,
जन सेवा को आतुर,
वो लक्ष्मीबाई सी दृढ़ और संभल,
तेजपूरित और महाज्ञानी थी।
संविधान की ज्ञाता औऱ
एक महान उपासक थी,
कूटनीति में माहिर, और
लोकतंत्र की आराध्या थी।
शुरुआत की उस दौर से,
जहाँ राजनीति अपराधों का गढ़ थी,
करती थी प्रयास रोज और
वो बड़ी साहसी और निश्चयी दृढ़ थी।
अब कौन इस पीढ़ी को सींचेगा,
और कौन ऊँच-नीच को मिटाएगा,
कौन करेगा जय घोष संसद में,
कौन अब भेदभाव मिटाएगा।
करता हूँ मै प्रार्थना प्रभू से,
उस आत्मा को शांति देना,
देना उसको फिर कोई अमिट पृष्ठभूमि,
और अपने श्री चरणों मे जगह देना।
टिप्पणी- मेरी यह रचना आदरणीया सुषमा जी को समर्पित है, जो एक महान राजनीतिज्ञ और प्रबल व्यक्तित्व की धनी थी।
- आनन्द
12 टिप्पणियां:
Nice creation
Nice
Nice words and such a great lady # Sushma Ji
बहुत ही खूबसूरत रचना
Bhut hi accha likha h bhai
महान नेता और सौम्य एवं शक्तिमय व्यक्तित्व की स्वामिनी सुषमा जी को भावभीनी श्रद्धांजलि
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 09/08/2019 की बुलेटिन, "काकोरी कांड के सभी जांबाज क्रांतिकारियों को नमन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जी, शिवम दा ब्लॉग बुलेटिन टीम और आपका बहुत आभार।
सादर नमन !
आभार, गगन दा।
भाव भरी श्रृद्धांजलि।
नमन सहित श्रृद्धा सुमन।
सुषमा जी शत शत नमन. 🙏 ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे. 🙏 🙏 🙏
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